सदियों से वेमपायर्स का एक झुंड राजस्थान के रेगिस्तान मेंकभी नाटक मडंली कारवां तो कभी बजं ारो के भेष मेंघूम रहा है। वो भोलेभालेगांव वालो को मनोरंजन का लालच देकर खुद को आमंत्रि त करवातेहैऔर फि र रात को उस गांव के हर जीवि त प्राणी के रक्त का भोग लगातेहै। सैकड़ों सालों सेउनकी येगति वि धि यांछुपी हुई थी जब तक की आसि फ नाम का एक लड़का उनके इस हमलेसेबच नहींनि कला। सालो बाद वो लड़का एक स्मगलर बन चुका था और एक दि न पकड़ा गया। उसेपकड़नेवाला इंस्पेक्टर जय और आसि फ दोनो रेगि स्तान मेंभटक गए और शरण लेनेके लि ए सीमा सुरक्षा बल द्वारा संचालि त एक कि लेमेंपहुंचेजहा की कमान गर्म दि माग और हि सं क ऑफि सर, दरोगा भरै ों सि हं के हाथ मेंथी। जसै े ही रात गहरी हुई, वमै पायर्स का वो झडंु वहा पहुंच गया। आसि फ उनको पहचान गया लेकि न उसकी चेतावनी सबने अनसनु ी कर दी। उस नाटक मंडली के सौंदर्य सेमोहि त हो कर उन लोगो नेउन शैतानों को कि लेपर आनेके लि ए आमंत्रि त कर दि या। उसके बाद शुरू हुई एक भयावह रात जहा वैमपायर्स नेखून का तांडव शुरू कर दि या। आसि फ इस कारवां सेएक बार पहलेबच चुका था, कि ंतुक्या वो येअसंभव काम दुबारा कर पाएगा? इस तरह शुरू हुआ थी याली ड्रीम्स और कारवांका येसफर। आज 10 साल हो चुके हैजब बेंगलुरु कॉमि क कॉन 2013 मेंयेग्राफि क नॉवेल रि लीज हुआ था। इस मूल कृति के बाद इस कहानी का प्रीक्वेल – कारवांखूनी युद्ध और एक सीक्वल कारवांप्रति शोध भी आ चुका है। इस ग्राफि क नॉवेल के 10 वर्ष पूर्ण होनेके अवसर पर, याली ड्रीम्स आपके लि ए ला रहा हैइस अद्भुत वैंपायर गाथा का ओमनि बस। कारवां श्रखंृ ला के तीनों अध्याय को उनके मलू कवर, पि नअप्स और अतरि क्त सामग्री के साथ जोड़ कर तैयार कि या गया एक प्रीमि यम संग्राहक संस्करण।